उपजेल खाचरौद फरारी कांड से सबक… मप्र की जेलों में ‘भागने में मददगार’ वस्तुएं हटेंगी… डीजी जेल वरुण कपूर का बड़ा फैसला...
26 दिसंबर 2025
नागदा जंक्शन
मप्र की जेलों में कैदियों को भागने में मदद करने वाली वस्तुएँ चिन्हित कर हटाई जाएँगी... प्रेस वार्ता में जेल डीजी वरुण कपूर का एमपी जनमत संवाददाता के सवाल पर जवाब... उपजेल खाचरौद से भागे कैदियों के मामले में तीन अधिकारी निलंबित....
एमपी जनमत – कैलाश सनोलिया
नागदा। उज्जैन जिले के नागदा से लगभग 10 किमी दूर स्थित उपजेल खाचरौद से पुताई के उपयोग में आने वाली सीढ़ी के सहारे दीवार पर चढ़कर भागे तीन कैदियों के मामले में जेल विभाग ने सबक लेते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है। जेल परिसरों में मौजूद ऐसी सभी वस्तुओं को एक विशेष अभियान के तहत चिन्हित कर हटाया जाएगा, जो किसी भी रूप में कैदियों को भागने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसका उद्देश्य जेल सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाना तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना है।

यह खुलासा जेल डीजी वरुण कपूर ने एक प्रेस वार्ता में एमपी जनमत संवाददाता, नागदा के सवाल के जवाब में किया। उनसे पूछा गया था कि इस घटना के बाद आगे क्या एहतियाती कदम उठाए जाएँगे। डीजी शुक्रवार शाम उपजेल खाचरौद जाँच के लिए पहुँचे थे। उन्होंने लगभग 30 मिनट तक जेल के भीतर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और सुरक्षा इंतज़ामों की समीक्षा की। इसके बाद उपजेल परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन अब किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगा।
तीन अधिकारी निलंबित...
मीडिया से मुखातिब डीजी कपूर ने बताया कि इस घटना के बाद जिम्मेदारी तय करते हुए तीन अधिकारियों को निलंबित किया गया है। फिलहाल फरार आरोपियों का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन उनकी तलाश के लिए प्रयास तेज किए गए हैं। डीजी ने बताया कि पुताई के लिए रखी गई एक सीढ़ी का उपयोग कर कैदी दीवार फाँदने में सफल हुए, जो सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक को दर्शाता है।
निलंबित अधिकारियों में वर्तमान जेलर नवीन नेमा, नीमच जेल के सहायक अधीक्षक मनोज कुमार चोरसिया और जेल प्रहरी रितेश कटारा शामिल हैं। मनोज चोरसिया वर्तमान में नीमच में पदस्थ हैं। उनका स्थानांतरण खाचरौद किया गया था, लेकिन समय पर ज्वाइन न करने की लापरवाही के चलते उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है।
निरीक्षण के दौरान सर्किल जेलर अधिकारी लक्ष्मण सिंह भदौरिया, सेंट्रल जेल अधीक्षक मनोज कुमार साहू, खाचरौद एसडीओ आकांक्षा बैछोटे तथा थाना प्रभारी नलसिंह नलवाया भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने भी व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया।
यह था घटनाक्रम...
उपजेल खाचरौद से गुरुवार शाम लगभग 5 बजे तीन कैदी - गोविंद निवासी नागदा, गोपाल निवासी गाँव मालाखेड़ी और नारायण निवासी गाँव चंदवासला— फरार हो गए थे। इनमें से गोविंद हत्या के आरोप में, जबकि शेष दोनों दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद थे। घटना के बाद से ही प्रशासन पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं, जिन्हें देखते हुए जेल विभाग अब व्यापक स्तर पर सुधारात्मक कदम उठाने की तैयारी में है।





Comments (0)